Last Updated on 11 May 2024 by nidariablog.com
डिजिटल टैक्नोलॉजी के तेजी से विकास के युग में भारत सरकार ने अपने नागरिकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाने के उद्देश्य से एक के बाद एक कई कदम उठाए हैं। डिजिटल इंडिया अभियान की इस यात्रा में “डिजिलॉकर” (DigiLocker) सुविधा भारत सरकार की एक मुख्य पहल है। DigiLocker सेवा भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MeitY) के अंतर्गत काम करती है और ‘डिजिटल सशक्तिकरण’ के लक्ष्य को साकार करती है।
DigiLocker क्या है?
DigiLocker सेवा भारत सरकार द्वारा 1 जुलाई 2015 को लॉन्च की गई थी। यह सेवा क्लाउड-आधारित रिपॉजिटरी के रूप में काम करती है। आसान शब्दों में कहें तो यह इंटरनेट के जरिए होस्ट की गई सेवाओं के निपटान पर आधारित एक सेवा है जिसके जरिए नागरिकों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा जारी किए गए आधिकारिक दस्तावेजों और प्रमाणपत्रों को डिजिटल प्रारूप में सुरक्षित रूप से स्टोर करने, साझा करने और सत्यापित करने की सुविधा प्राप्त होती है। DigiLocker के माध्यम से जारी किए गए दस्तावेजों को मूल भौतिक या कागज़ी दस्तावेजों के बराबर ही मान्यता प्राप्त है।
डिजिलॉकर के उपयोगकर्ताओं और जारी किए गए दस्तावेजों की संख्या
डिजिलॉकर की लोकप्रियता इन आँकड़ों से सिद्ध हो जाती है कि वर्ष 2024 तक भारत देश में इसके उपयोगकर्ताओं की संख्या, 08 मई 2024 तक की उपलब्ध जानकारी के अनुसार, करीब 27.5 करोड़ से ज़्यादा हो गई है। इसी अवधि के दौरान डिजिलॉकर पर जारी दस्तावेजों की संख्या 674 करोड़ हो गई है।
अपना DigiLocker या Digital Locker खोलने के लिए क्या शर्तें हैं? DigiLocker का उपयोग कब किया जा सकता है?
अपना Digital Locker खोलने के लिए या DigiLocker खाता बनाने के लिए आपके पास मोबाइल नंबर होना अनिवार्य है। लेकिन खाता खुलने के बाद आप DigiLocker का उपयोग तब तक नहीं कर पाएंगे जब तक आप अपने खाते से अपने आधार नंबर (Aadhaar Number) को सत्यापित नहीं कर लेते। इसके लिए आपके आधार नंबर का आपके मोबाइल नंबर के साथ जुड़ा (Link) होना आवश्यक है।
अपना DigiLocker खाता कैसे बनाएं?
DigiLocker पर खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान है। अपने कम्प्युटर पर अपना DigiLocker खाता बनाने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट, https://www.digilocker.gov.in पर जाएं। अपने एंड्रॉइड (Android) मोबाइल के लिए गूगल प्ले स्टोर और आईओएस (iOS) मोबाइल के लिए आईओएस एप स्टोर से DigiLocker की एप डाउनलोड करें।
- अब, “खाता बनाएं” (Sign Up) पर क्लिक करें।
- फिर पूछे जाने पर अपना नाम, जन्मतिथि, लिंग, मोबाइल नंबर, ईमेल और 6 अंकों का सुरक्षा पिन दर्ज करें और “सब्मिट” (Submit) बटन को क्लिक करें। आप चाहें तो ईमेल ना भी दें क्योंकि यह अनिवार्य नहीं है।
- इसके बाद अपने मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी को दर्ज करें और “सब्मिट” (Submit) बटन को क्लिक करें।
- अब आपसे अपना आधार नंबर सत्यापित करने के लिए पूछा जाएगा। आप चाहें तो इस स्टेज पर अपना आधार नंबर दर्ज करके “आगे बढें” (Next) बटन को क्लिक करें।
- फिर मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी को दर्ज करें और “सब्मिट” (Submit) बटन को क्लिक करें। इस तरह आपका DigiLocker खाता खुल जाएगा और आप उसकी सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
- यदि आप अपने आधार नंबर को अभी सत्यापित नहीं करना चाहते तो “अभी के लिए छोड़ दें” (skip for now) को क्लिक कर दें। आपका DigiLocker खाता खुल जाएगा लेकिन आप उसकी सेवाएं तभी इस्तेमाल कर सकेंगे जब आप अपना आधार नंबर सत्यापित कर लेंगे।
अब आप डिजिटल प्रारूप में अपने दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर उन दस्तावेजों को अन्य सरकारी और प्राइवेट एजेंसियों के साथ साझा करने या सत्यापित करने की अनुमति प्रदान कर सकते हैं।
भारत में डिजिलॉकर में किस प्रकार के दस्तावेज़ रखे जा सकते हैं?
वर्तमान में, DigiLocker प्लेटफॉर्म पर 600 से भी ज़्यादा प्रकार के दस्तावेज़ स्टोर और साझा किए जा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण प्रमाणपत्र (आरसी), पैन कार्ड, राशन कार्ड, जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, मतदाता पहचान पत्र, जाति प्रमाण पत्र, शैक्षिक प्रमाण पत्र, बीमा पॉलिसियां, संपत्ति दस्तावेज़, आयकर रिटर्न (आईटीआर), यूएएन कार्ड, पेंशन सर्टिफिकेट, पासपोर्ट, बैंक स्टेटमेंट, आदि, आदि।
डिजिलॉकर में दस्तावेज़ अपलोड करते समय किन बातों का ध्यान रखें?
अपने दस्तावेज़ DigiLocker में अपलोड करते समय ध्यान रखें कि आपके दस्तावेज़ pdf, jpg या png फॉर्मेट में ही होने चाहिएं और किसी भी दस्तावेज़ का फाइल साईज 10 mb से ज़्यादा नहीं होना चाहिए।
DigiLocker के क्या फायदे हैं?
- यदि आप DigiLocker खाता खोल लेते हैं और उसमें अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज़ अपलोड कर लेते हैं तो आप चलते फिरते कभी भी और कहीं भी उनका उपयोग कर सकते हैं और आपको मूल कागज़ी दस्तावेज अपने साथ ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- DigiLocker खाते में उपलब्ध दस्तावज़ों को कानूनी रूप से मूल दस्तावेज़ों के बराबर मान्यता प्राप्त है।
- DigiLocker खाते में डिजिटल दस्तावेज़ों का लेन देन उपयोगकर्ता की सहमति से ही होता है।
- DigiLocker सरकारी लाभ योजनाओं, रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में लाभदायक है।
- DigiLocker उपयोगकर्ताओं की डेटा गोपनीयता और सुरक्षा को प्राथमिकता देता है।
इस प्रकार, DigiLocker का उद्देश्य कागज़ी प्रतियों की आवश्यकता को समाप्त करके दस्तावेज़ों को डिजिटल रूप में एक जगह पर रखने और उनके साझाकरण को आधुनिक बनाना और सुव्यवस्थित करना है। दस्तावेजों को डिजिटल प्रारूप में एक जगह इकठ्ठा करके, DigiLocker किसी भी समय, कहीं भी महत्वपूर्ण दस्तावेजों तक आसान पहुंच की सुविधा प्रदान करता है, जिससे सरकारी एजेंसियों और अन्य संस्थाओं के साथ बातचीत में आसानी होती है और पारदर्शिता को बढ़ावा मिलता है। DigiLocker नागरिकों को वाहन पंजीकरण और उपयोगिता बिल भुगतान जैसी सेवाओं तक पहुंचने और केवाईसी (KYC) संबंधित जरूरतों को पूरा करने या अन्य वांछित दस्तावेज़ों को जमा करने में सक्षम बनाता है, जिससे कागजी कार्रवाई कम हो जाती है।
DigiLocker से संबंधित अपने किसी भी प्रकार के प्रश्नों के उत्तर यहाँ पर जानें।
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Nice article