अपना ब्लॉग कैसे बनाएं हिंदी में (How to Create Own Blog in Hindi) 2024

Last Updated on 6 July 2024 by nidariablog.com

यदि आप भी अपना खुद का ब्लॉग शुरू करना चाहते हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए है। यहाँ आपको उन सब बातों का पता चलेगा जिनका जानना आपके लिए बहुत जरूरी है ताकि आपको ब्लॉग बनाने और शुरू करने में कोई परेशानी ना हो।

ब्लॉग एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या वेबसाईट है जहाँ लोग अपने विचार, अनुभव या अन्य उपयोगी जानकारी को साझा करते हैं। ब्लॉग पर व्यक्ति लेख लिखते हैं और फिर उन्हें प्रकाशित करते हैं, जिससे अन्य लोग उसे पढ़ सकते हैं। ब्लॉग पर लेख लिखने वाले को ब्लॉगर (Blogger) कहते हैं। ब्लॉगिंग (Blogging) का मतलब अपनी लेखन कला के जरिए लोगों को विभिन्न विषयों पर अपने विचार, उपयोगी और मनोरंजक जानकारी प्रदान करना है। ब्लॉग कई प्रकार के होते हैं जैसे खेल ब्लॉग, व्यक्तिगत ब्लॉग, फैशन ब्लॉग, यात्रा ब्लॉग, खाना ब्लॉग, टैक्नोलोजी ब्लॉग, पेरेंटिंग ब्लॉग, आदि। इनके अलावा भी कई अन्य विषयों और शौकों पर आधारित ब्लॉग होते हैं।

जिस विषय या क्षेत्र पर ब्लॉग या वेबसाइट आधारित होता है उसे नीश (Niche) कहते हैं। अतः‌ खेल, फैशन, यात्रा, खाना, वित्त आदि सभी नीश के प्रकार हैं। ब्लॉग के लिए एक विशेष नीश का चयन इसलिए किया जाता है ताकि उसमें विशेषज्ञता बढ़ सके और वे पाठकगण जो उस खास विषय में रुचि रखते हैं, उन्हें उससे संबंधित उचित जानकारी प्राप्त हो सके। आप चाहें तो अपने ब्लॉग के लिए किसी विशेष नीश का चुनाव कर सकते हैं या फिर अपने ब्लॉग पर एक से अधिक नीश या विषयों पर भी अपने लेख साझा कर सकते हैं।

ब्लॉग बनाने की प्रक्रिया में सबसे पहले आपको तय करना होगा कि आपका ब्लॉग किस नीश पर केंद्रित होगा। आपको ऐसे नीश पर ब्लॉग बनाना चाहिए जिसमें आपकी गहन रुचि हो और जिसके बारे में आपको बहुत अच्छी जानकारी हो।उसके बाद, आप अपने ब्लॉग के लिए एक बढ़िया सा नाम चुनें, जो आपके विषय या नीश को अच्छी तरह से दर्शाता हो।

ब्लॉग लिखने के लिए एक इंटरफेस की जरूरत होती है जो एक वेबसाइट या ऐप्लिकेशन का हिस्सा होता है। इसका उपयोग ब्लॉग लेखन, संपादन और अपने लेखों यानि पोस्ट्स को प्रकाशित करने के लिए किया जाता है। इस इंटरफेस पर आप अपने लेख का शीर्षक, लेख के बारे में जानकारी, फोटोग्राफ्स और अन्य विवरण आदि जोड़ सकते हैं। ब्लॉग पोस्टिंग इंटरफेस के उदाहरणों में WordPress, Blogger, Medium, Tumblr आदि जैसे नाम शामिल हैं। इनमें से Blogger गूगल द्वारा प्रदान की जाने वाली मुफ्त सेवा है जिसकी मदद से उपयोगकर्ता आसानी से ब्लॉग लिख सकते हैं। दूसरे इंटरफेसों का इस्तेमाल करने के लिए आपको कीमत का भुगतान करना होगा। 

आप अपनी पसंद और आवश्यकता के अनुसार अपने ब्लॉग के लिए एक उचित इंटरफेस का चुनाव करें।

एक ब्लॉग या वेबसाइट की फ़ाइलों और अन्य संबंधित जानकारी को इंटरनेट पर उपलब्ध कराने के लिए ब्लॉग और वेबसाइट को सर्वर यानि एक केंद्रीय कम्प्यूटर के माध्यम से कनेक्ट किया जाता है। यह सेवा होस्टिंग के रूप में जानी जाती है। कुछ प्रमुख होस्टिंग प्रदाताओं के नाम इस प्रकार हैं – Hostinger, Bluehost, DreamHost, HostGator, SiteGround, GoDaddy आदि। ये सभी होस्टिंग प्लेटफ़ॉर्म, ब्लॉग या वेबसाइट को इंटरनेट पर उपलब्ध करने, उसकी सुरक्षा, तेजी बनाने और उपयोगकर्ता की सहायता में सहायक होते हैं।

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आप अपनी वित्तीय क्षमता और होस्टिंग प्रदाताओं के प्लान की जानकारी लेकर अपनी पसंद के प्रदाता को चुन सकते हैं।

डोमेन नाम एक ब्लॉग या वेबसाइट का खास पता या पहचान होती है जिससे उसे इंटरनेट पर देखा जाता है। यह वो अद्वीतीय नाम है जिसे आप ब्राउज़र में टाइप करते हैं जैसे कि “myblog.com” या “allaboutpets.org” डोमेन। डोमेन एक्सटेंशन वह अंश होता है जो डोमेन नाम के बाद आता है और वह ब्लॉग या वेबसाइट के प्रकार को दर्शाता है। उदाहरण के लिए .com, .org, .net, .edu, .gov, .in, .uk, .biz आदि सभी अलग अलग प्रकार के डोमेन एक्सटेंशन होते हैं। आपको बता दें कि कुछ डोमेन एक्सटेंशन जैसे कि .com, .org, .net, .edu, .gov, .in, आदि टॉप-लेवल डोमेन (Top-Level Domain – TLD) यानि सबसे ऊपरी स्तर के डोमेन होते हैं। इनमें .in भारत के लिए है। इसी प्रकार, .au आस्ट्रेलिया के लिए और .us अमेरिका के लिए इस्तेमाल होता है। वहीं .gov का उपयोग सरकारी संगठनों के लिए और .edu का उपयोग शिक्षा संस्थानों के लिए किया जाता है।

डोमेन नाम लोगों को इंटरनेट पर अलग-अलग प्रकार की वेबसाइटों को पहचानने में मदद करते हैं। आप भी अपने ब्लॉग के लिए एक अच्छा डोमेन चुनें, जो आपके ब्लॉग के नाम से मेल खाता हो। डोमेन नामों की एक्सटेंशन के बारे में आप अधिक जानकारी इंटरनेट पर ले सकते हैं।

SSL (Secure Sockets Layer) एक तकनीक है जो इंटरनेट पर डेटा को सुरक्षित रूप से संचारित करने में मदद करती है। यह डेटा को एन्क्रिप्ट करती है अर्थात्‌ गुप्त कोड में परिवर्तित करती है जिससे किसी भी दूसरे या अनधिकृत व्यक्ति को इसे पढ़ने या संदर्भित करने से रोका जा सकता है। यह उन वेबसाइटों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, जहाँ ऑनलाइन वित्तीय लेनदेन को संचालित किया जाता है। कुछ प्रमुख SSL प्रदाताओं के नाम इस प्रकार हैं – Let’s Encrypt, Comodo SSL Store, Sectigo (Earlier known as Comodo CA), DigiCert, GlobalSign आदि।

SSL सर्टिफिकेट आपके ब्लॉग या वेबसाइट को सुरक्षित रखने में मदद करता है जिससे डेटा को विश्वास के साथ संचालित किया जा सकता है। यदि आपके ब्लॉग का वेब पता यानि यूआरएल (url) https से शुरू होता है तो इसका मतलब है कि आपका ब्लॉग SSL इस्तेमाल कर रहा है। https में ‘s’ का मतलब है ‘secure’ अर्थात्‌ सुरक्षित्। यदि यूआरएल http (बिना ‘s’ के) से शुरू हो रहा है तो इसका अर्थ है कि ब्लॉग या वेबसाइट के पास SSL सर्टिफिकेट नहीं है और उसका उपयोग सुरक्षित नहीं है।

कुछ होस्टिंग प्रदाता आपको अपने प्लान पैकेज में होस्टिंग सर्विस के साथ-साथ ब्लॉग पोस्टिंग इंटरफेस, डोमेन नाम और SSL सर्टिफिकेट भी प्रदान करते हैं। आप चाहें तो अलग से भी ले सकते हैं।

आपकी जानकारी के लिए बताना चाहूंगा कि मैंनें अपने ब्लॉग की होस्टिंग के लिए Hostinger का 4 वर्षीय प्रीमियम प्लान (Premium Plan) चुना है जिसमें मुझे एक साल के लिए SSL सत्यापित फ्री डोमेन नाम के साथ WordPress जैसे ब्लॉग पोस्टिंग इंटरफेस की सुविधा मिली है। आप अपने ब्लॉग के लिए अपनी आवश्यकता के अनुसार जैसा चाहे वैसा निर्णय ले सकते हैं।

एक “थीम” या डिज़ाइन वह रूप है जिसे आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट को देना चाहते हैं। यह आपके ब्लॉग की दिखावट, रूपरेखा और उपयोगकर्ता अनुभव को सुधारने में मदद करता है। थीम आपके ब्लॉग या वेबसाइट की रूपरेखा, रंग, लेखों में इस्तेमाल किए जाने वाले फ़ॉन्ट्स आदि को निर्धारित करती है। कुछ प्रसिद्ध थीमों के नाम इस प्रकार हैं – GeneratePress, Divi, Astra, Genesis, OceanWP आदि।

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इन थीम के प्रकारों का चयन आपकी वेबसाइट के उद्देश्यों, विषयों और लक्ष्यों के आधार पर किया जा सकता है। अपने ब्लॉग के लिए एक अच्छा थीम चुनें, जो आपके विषय और पसंद के अनुसार हो।

इससे पहले कि आप अपने ब्लॉग पर कोई लेख बनाएं, आपको ब्लॉग पेज और ब्लॉग पोस्ट में फ़र्क जानना भी जरूरी है। एक ब्लॉग में ‘पेज’ और ‘पोस्ट’ दो अलग-अलग प्रकार की सामग्री होती है। ब्लॉग की प्रमुख सामग्री पोस्ट होती है। पोस्ट के द्वारा आप अपने ब्लॉग पर नई जानकारी, लेख, समाचार, अनुभव या दृश्यों को साझा करते हैं। यह विशिष्ट विषयों पर लिखी जाती है। दूसरी ओर, पेज स्थायी सामग्री प्रदान करते हैं जैसे कि ‘हमसे संपर्क करें’ (Contact Us), ‘गोपनीयता नीति (Privacy Policy)’ और ‘हमारे बारे में (About Us)’ से संबंधित पेज। पेज से संबंधित सामग्री ब्लॉग की संरचना और मार्गदर्शन के लिए होती है।

तो अब आप अपने ब्लॉग इंटरफेस के जरिए अपने पहले ब्लॉग पोस्ट को लिखें और प्रकाशित (Publish) करें, जिसमें आप अपने मनपसंद विषय पर अपने विचारों को साझा करें। उसके बाद भी, अपने पाठकों की रुचि और प्रचलित रुखों को ध्यान में रखते हुए नियमित अंतराल पर नए पोस्ट्स लिखते रहें और उन्हें अपने ब्लॉग पर साझा करें।

पोस्ट प्रकाशित करने के बाद वह आपके ब्लॉग या वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर दिखने लगती है ताकि आपके पाठक उसे पढ़ और देख सकें। अब आपको उसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स जैसे कि फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि पर साझा करना चाहिए जिससे कि आप अपने ब्लॉग का उचित प्रचार कर सकें और उस पर उपयोगकर्ताओं की संख्या में वृद्धि हो सके। अगर आपने अपनी पोस्ट के लिए टिप्पणियों (Comments) की सहमति दी है तो पाठकगण आपकी पोस्ट पर टिप्पणियाँ या सुझाव भी छोड़ सकते हैं और आप चाहें तो उनके जरिए अपने पाठकों से संपर्क बनाए रख सकते हैं।

यहाँ नोट करें कि आपका ब्लॉग या उस पर बनाई गयी कोई भी पोस्ट या पेज, गूगल पर सर्च रिज़ल्ट में तभी दिखाई देते हैं जब गूगल द्वारा उनकी इंडेक्सिंग हो जाती है। आपका ब्लॉग गूगल द्वारा इंडेक्स हो गया है अथवा नहीं, यह जानने के लिए गूगल सर्च में यह टाइप करें – site:url of website or blog

उदाहरण के तौर पर, यदि आपके ब्लॉग का यूआरएल myblog.com है तो आप गूगल पर site:myblog.com टाईप करें और enter दबाएं। अगर आपका ब्लॉग गूगल द्वारा इंडेक्स कर दिया गया है तो वह सर्च रिज़ल्ट में दिखाई देगा। किंतु यदि ऐसा करने पर आपका ब्लॉग सर्च रिज़ल्ट में दिखाई नहीं देता तो इसका मतलब है कि अभी गूगल ने आपके ब्लॉग को इंडेक्स नहीं किया है और आपको थोड़ा इंतज़ार करना पड़ सकता है।

  • अपने ब्लॉग का विषय ऐसा चुनें जिसमें आपको गहन रुचि हो और आपके पास उसका अच्छा खासा ज्ञान हो।
  • अपने ब्लॉग पर नियमित रूप से पोस्ट डालते रहें जैसे कि हर हफ्ते, ताकि आपके पाठक ब्लॉग से जुड़े रहें।
  • अपने लेखों में इमेजों (Images & photographs) का यथायोग्य उपयोग करें जो आपके विषय को समझने में मदद कर सकें।
  • अपने लेखों को सही प्रकार से संगठित और अनुक्रमित करें, ताकि पाठकों को पढ़ने में आसानी हो।
  • अपने लेखों की गुणवत्ता को बनाए रखें और कोशिश करें कि आप जो भी पोस्ट अपने ब्लॉग पर प्रकाशित करें वह आपके पाठकों के लिए उपयोगी साबित हो।
  • अपने ब्लॉग को नियमित रूप से अपडेट करें ताकि आपके पाठक हमेशा नवीनतम सामग्री प्राप्त कर सकें।
  • अपने पाठकों के साथ संपर्क स्थापित करने का प्रयास करें और उनकी टिप्पणियों और प्रतिक्रियाओं का स्वागत करें और उचित जवाब दें।

आपके ब्लॉग पर लगातार ट्रैफिक आने पर आप उसे मोनेटाइज भी कर सकते हैं अर्थात्‌ उससे पैसा भी कमा सकते हैं।

कृपया बताएं आपको मेरी ये पोस्ट कैसी लगी। क्या आप इस तरह की और पोस्ट पढ़ना पसंद करेंगे अथवा इस पोस्ट के विषय या किसी अन्य विषय पर अधिक जानकारी लेना चाहेंगे? यदि हाँ, तो अवश्य बताएं। सोशल मीडिया पर मेरे ब्लॉग को लाईक, सब्स्क्राइब और फोलो करना ना भूलें।

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